कन्या भ्रूण हत्या - एक समाजिक कुरीति
बेटी .....
हमारे जीवन में बेटी का बहुत महत्व है!
इसको समझना बहुत जरूरी है।
बेटीयाँ हमारे जीवन में वरदान स्वरुप है! इन्हे बचाना हमारा मूल उद्देश्य है!
बेटी बचाव के महत्वपूर्ण उठाया गए कदम.....
✊कुरुक्षेत्र, 24 जनवरी (हि.स.)✊
👏कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध को रोकने के लिए पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम (पीसीपीएनडीटी एक्ट) को सख्ती से लागू करने पर राष्ट्रीय बालिका दिवस समारोह में भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा जिला कुरुक्षेत्र को राष्ट्रीय अवॉर्ड से नवाजा गया है। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने नई दिल्ली में उपायुक्त डाॅ. एसएस फुलिया को यह पुरस्कार प्रदान किया।
इस पुरस्कार को हासिल करने वालों में उपायुक्त के अलावा पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र पाल सिंह, सीएमओ डा. सुखबीर सिंह भी शामिल थे।
❣ गुरुवार को नई दिल्ली स्थित प्रवासी भारतीय केन्द्र में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत कुरुक्षेत्र सहित देश के विभिन्न जिलों को बेहतर कार्य करने पर मंत्रालय की तरफ से सम्मानित किया। समारोह में केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी के अलावा केन्द्रीय राज्यमंत्री डा. विरेन्द्र कुमार, हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन, महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव राकेश श्रीवास्तव भी मौजूद थे। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध करनेवालों को सजा दिलवाने पर कुरुक्षेत्र जिले ने पूरे देश में अलग छाप छोड़ी!
PM modi ...
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हरियाणा के पानीपत से बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की। इस कार्यक्रम को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में जिला कुरुक्षेत्र में पूरी ईमानदारी से चलाया गया। जिले में कन्या भ्रूण जांच व हत्या करने वाले लोगों के खिलाफ मुहिम शुरू की गई जिसके सार्थक परिणाम आए।
👉उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 से लेकर अबतक पीएनडीटी एक्ट के तहत 18 और एमटीपी एक्ट के तहत भी 18 ही मुकदमे दर्ज करवाए जा चुके हैं। इन मुकदमों के तहत 116 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस जिले में वर्ष 2016 में लिंगानुपात 859 था और अब लिंगानुपात का आंकड़ा 924 पर पहुंच गया है।
"We cannot keep catching people doing (illegal) ultrasound," she said, adding that arrest of such people was not a permanent solution.
👉 At a function in Jaipur, Maneka had said, "In my personal view, the woman should be compulsorily told that whether it is a boy or girl child whom she is going to give birth. It should be registered to be able to check whether they have given the births or not."
"I am just putting out this idea. It is being discussed though there is no conclusion yet," she said adding that it is a different way to look at this problem of female foeticide which could be solved with this idea.
☺☺☺☺☺☺☺☺☺☺☺☺☺😆😆
This Community Celebrates the Birth of Girls, But Only for Flesh Trade
#___ज़िन्दगी बहुत हल्की #महसूस होगी...
अगर #उम्मीद दूसरों से #कम और #खुदा पर #ज्यादा हो तो....
कोई #आपका साथ दे या ना दे #निराश मत होना.…
क्योंकि #परमात्मा से बड़ा #हमसफ़र कोई नहीं होता है....🙇🏻♀️🙇🏻♀️🙇🏻♀️🥰🥰🥰🥰
वर्तमान में सिर्फ जगद्गुरू तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ही हैं जो शास्त्र अनुकूल सत् भक्ति विधि से भगत समाज को काल के दुखों से बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
Must visit sadhna Channel 7:30pm
https://www.jagatgururampalji.org/gita_tera_gyan_amrit_full.pdf
THANKS FOR ALL🙏🏻
✊बेटी बचाओ , बेटी पढाओ ✊
Bhut bdiya ji..👌👌
ReplyDeleteRight
ReplyDelete